Olympic 2024: दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला भारत Olympic में सबसे बड़ा फिसड्डी, चीन और अमेरिका से बहुत दूर
- भारत Olympic 2024 में दुनिया की सबसे बड़ी आबादी
- Olympic 2024 में पहला पदक Manu Bhaskar ने जीता
- Olympic 2024 में चीन और अमेरिका टॉप पर
भारत की खाली झोली में गिरा पहला पदक
आज भारत दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन गया है लेकिन क्या ये आबादी किसी काम की नहीं है ?
या फिर भारत की ये आबादी दुनिया भर के विकसित देशों को सस्ते बजट में काम करना वाले लेबर सप्लाई बन कर रह गई है।
हाल ही में Olympic 2024 जो की दुनिया का सबसे बड़ा खेल कुम्भ है शुरू हो चुका है। भारत हर क्षेत्र में चीन, जापान और अमेरिका की बराबरी करने का दम्भ भरता है लेकिन क्या सच में हम कही भी चीन और अमेरिका के बराबरी कर पा रहे हैं।
Olympic 2024 में अभी तक भारत के खिलाडियों की परफॉरमेंस बहुत ही ख़राब रही है। खेल शुरू होने के तीसरे दिन अमेरिका और चीन तो दूर की बात है भारत से 24 देश आगे निकल चुके हैं। ये देश भी कोई बड़े देश नहीं बल्कि हांगकांग, फिजी, मंगोलिया, तुनिशिया और साउथ अफ्रीका जैसे देश हैं।
दुनिया के कई क्षेत्र में भारत की आबादी अपने दुश्मन पाकिस्तान की बराबरी करती रहती है जबकि भारतीय जनता को प्रधानमंत्री मोदी की कही हुए बात पर ध्यान देना चाहिए जिसमे उन्होंने कहा था की अब पाकिस्तान और भारत की कोई बराबरी नहीं है। लेकिन हमारे देश की जनता को देश के नेताओं की असफलता को छुपाने के लिए पाकिस्तान नाम का झुनझुना पकड़ा दिया जाता है। Olympic की सोच से बहुत दूर हैं हम
Olympic 2024 में भारत कई देशो से पीछे -
भारत आज अपना सबसे बड़ा कॉम्पिटिटर चीन को देखता है लेकिन जब बात टेक्नोलॉजी या खेलों की आती है तो भारतियों को साफ़ सूंघ जाता है।
आज Olympic के तीसरे दिन चीन ने 5 गोल्ड मैडल सहित 9 मैडल जीत लिए हैं जबकि अमेरिका ने 3 गोल्ड सहित 12 मैडल जीत लिए हैं। पॉइंट टेबल में अमेरिका और चीन को सबसे ऊपर रखा गया है जबकि भारत को लिस्ट में ढूंढना पड़ता है।
भारत लिस्ट में अभी 25 नंबर पर है और वो भी अभी तक सबसे निचले लेवल का मैडल जीत पाया है।
क्रिकेट खा गया अन्य भारतीय खेलों को -
दुनिया भर में जब भी खेलों की बात आती है तो क्रिकेट को उससे दूर नहीं रखा जा सकता। यह बात तो सच है की दुनिया भर में क्रिकेट जगत में भारत की खिलाडियों ने नाम रोशन किया है लेकिन वर्ल्डकप हो या फिर कोई दूसरी टूर्नामेंट क्रिकेट में खेलने वाले देशों की संख्या बहुत ही कम है। चीन की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम नहीं है वरना हो सकता है की भारत की हालत चीन के सामने वहां भी ख़राब होती।
क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों को पसंद करने वालों का मानना है की क्रिकेट पर बहुत ज्यादा फोकस ही भारत के दूसरे खेलों को ले डूबा क्युकी भारत सरकार भी दूसरे खेलों पर फण्ड नहीं खर्च करती है।
क्रिकेट खेलने वाले खिलाडियों को बहुत सारी सुविधाए भी दी जाती है जबकि दूसरे खेलों के पदक विजेता भी आपको भारत में भैस चराते हुए मिलेंगे। इंटरनेट पर चलती ख़बरों से पता चलता है की भूतपूर्व भारतीय पदक विजेताओं के पास खाने को रोटी भी नहीं है। ऐसे में भारतीय खिलाडी कैसे Olympic खेलों की दौड़ में आगे निकल पाएंगे
Manu Bhaskar ने जीता पदक -
Olympic खेल शुरू हुए तीन दिन हो चुके हैं और जहाँ चीन और अमेरिका तालिका में सबसे ऊपर हैं वो भी कई सारे गोल्ड मैडल के साथ वही भारत की शूटर मनु भास्कर ने ब्रोंज मैडल जीतकर भारत की खाली झोली में एक पदक तो डाल दिया लेकिन भारत जैसी दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश के लिए अभी तक एक सबसे निचले दर्जे का पदक जीतना शर्मनाक है।