George Mathew: भारतीय डॉक्टर के नाम पर अबू धाबी की रोड का नाम, सभी भारतियों के लिए गर्व की बात
डॉक्टर जॉर्ज मैथ्यू अवार्ड लेते हुए
डॉक्टर मैथ्यू जब पहली बार UAE आये थे तब उनकी उम्र मात्र 26 वर्ष की थी और तब UAE एकजुट भी नहीं हुआ था। UAE में मैथ्यू तब से हैं जब UAE का इतना विकास भी नहीं हुआ था। अपनी इस लम्बी चिकित्सा जीवन में उन्होंने UAE में बड़े उतार चढ़ाव देखे।
अबू धाबी की चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टर मैथ्यू का असीम योगदान रहा है। अबू धाबी के शहर अल ऐन में सरकारी अस्पताल में काम करने वाले वो पहले भारतीय डॉक्टर थे।
आपको बताते चलें की भारतीय डॉक्टर्स का पूरी दुनिया में डंका बजता है।हर किसी देश में भारतीय डॉक्टर्स को बहुत सम्मान प्राप्त होता है और उसका सबसे बड़ा कारणहै भारतीय डॉक्टर्स का अपने मरीजों के प्रति प्रेम और मानवतावादी सेवा भाव।
अबू धाबी के अल मफराक़ में शेख शाखबौत मेडिकल सिटी के पास ही एक रोड का नाम जॉर्ज मैथ्यू स्ट्रीट रखागया है। आपको बताते चलें की डॉक्टर जॉर्ज मैथ्यू UAE में उस समय से हैं जब यहाँ कही पर भी अच्छी रोड्स भी नहीं होते थे। हालाँकि लोगों की मेहनत और लीडर्स की दूरदर्शिता ने UAE को आज दुनिया की सबसे खूबसूरत और सुरक्षित देशों में से एक बना दिया है।
डॉक्टर मैथ्यू अपने प्रारंभिक जीवन काल में अमेरिका जाना चाहते थे लेकिन अल ऐन शहर की सुंदरता और उनका पहले सरकारी अस्पताल में चयन उन्हें अबू धाबी में रहने को मज़बूर कर गया और उन्होंने अपना सारा जीवन अबुधाबी में मरीज़ों की सेवा में लगा दिया।
भारतीय डॉक्टर जॉर्ज मैथ्यू सबसे पहले अल ऐन में एक जनरल प्रक्टिशनर (GP ) के तौर पर काम कर रहे थे लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया डॉक्टर जॉर्ज की सेवा भाव की वजह से इनका प्रमोशन होता रहा और 1972 में वे अल ऐन के मेडिकल डायरेक्टर बन गए।
डॉक्टर मैथ्यू भारत के केरल राज्य से हैं और उन्होंने त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
खुद शेख ज़ायेद भी डॉक्टर जॉर्ज मैथ्यू की तारीफ कर चुके हैं शेख जायेद के सपोर्ट से डॉक्टर मैथ्यू को इंग्लैंड के हारवर्ड कॉलेज में हॉस्टिपटल मैनेजमेंट की पढाई के लिए भी भेजा गया।
बाद में अपनी इसी प्रतिभा को उन्होंने अपने नीचे काम कर रहे सैकड़ो हेल्थ वर्कर्स को ट्रेनिंग दी।कुछ सालों तक उन्होंने अबू धाबी की रॉयल फॅमिली की भी सेवा की। UAE की चिकित्सा क्षेत्र में सेवा के कारण डॉक्टर मैथ्यू को 2004 में UAE की नागरिकता दी गई।
यही नहीं 2018 में डॉक्टर मैथ्यू को अबू धाबी अवार्ड भी दिया गया।
भारतीय डॉक्टर जॉर्ज मैथ्यू अभी भी कार्यरत हैं और उनका कहना है की वो अपनी अंतिम सांस तक UAE के लिए कार्य करते रहेंगे।
आज भारत का हर नागरिक डॉक्टर जॉर्ज मैथ्यू की सेवा भाव से अपने आप को गर्वान्वित महसूस करता है।