Hathras: हाथरस भगदड़ में अब तक 120 से ज्यादा लोगो की मौत, जिम्मेदार नेताओं ने दुःख जताकर खानापूर्ति की।
- हाथरस घटना में अब तक 120 से ज्यादा मौतें
- सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ से मौतें
- घटना का कौन है असल जिम्मेदार ?
हाथरस में सत्संग कार्यकरण में बड़ा हादसा
आपकी जानकारी के लिए बता दे की हाथरस जो की उत्तर प्रदेश का एक शहर है वहाँ पर एक सत्संग कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों में अभी तक 120 से जायदा लोगों की जान चली गई है। इस मौके पर सभी जिम्मेदार नेताओं ने आखिरकार दुःख जताकर अपना काम पूरा कर दिया है।
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट को साझा करते हुए कहा है की हाथरस की घटना से वे बहुत दुखी हैं आला कमान अधिकारीयों को मौके पर पहुंच कर जायजा लेने को कहा है।
योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है की वो इस दुःख भरी घडी में मारे गए लोगो के परिवारजनों के लिए संवेदनाये रखते हैं हालाँकि इसमें कुछ नया नहीं है।
भारत देश में अब इंसानी जाने इतनी सस्ती हो गई हैं की इस तरह के कार्यक्रम होने से पहले इनका जायजा नहीं लिया जाता और न ही ऐसे क्षेत्रो के अधिकारियो के पास इतना समय होता है की वो इन कार्यक्रम का आयोजन करने वालों से पूछ सके की आयोजन की व्यवस्था किस तरह से की जाएगी।
एक बार फिर से सवाल उठता है की इस तरह के कार्यक्रम होने से पहले क्या इनकी परमिशन आला अधिकारीयों से ली गई थी या नहीं। अगर ली गई थी तो ऐसी अव्यवस्था के कारण जिन लोगों की जान गई है उसका जिम्मेदार कौन होगा।
अलीगढ और आगरा के पुलिस अधिकारियों एवं कमिश्नर को मौके पर जाने और जायजा लेने को कह दिया गया है हालाँकि इनमे से कोई भी अधिकारी जान से गए लोगों की जान वापस लाने में असमर्थ होंगे।
जिन अधिकारीयों को दुर्घटना होने के बाद भेजा जा रहा है उन अधिकारीयों को अगर इतने बड़े कार्यक्रम की व्यवस्था को देखने के पहले ही भेज दिया जाता तो शायद न तो ये दुर्घटना होती और न हीं इतने लोगो की जान जाती।
योगी आदित्यनाथ जी ने अपनी एक्स पोस्ट पर ट्वीट करके कहा है की वो प्रभु श्री राम से प्रार्थना करते हैं की दिवंगत आत्माओ को प्रभु श्रीराम अपने चरणों में जगह दे और घायलों को जल्दी ही स्वास्थ लाभ प्रदान करें क्युकी घटना स्थल के पास घटना के समय सबसे नजदीकी हॉस्पिटल में सिर्फ एक ही डॉक्टर था और वो सबको इलाज दे पाने में असमर्थ था।