Indian Economy: भारत का एक और बैंक डूबा, Savings Account में 5 लाख से ज़्यादा रुपये रखने वालें लोग हुए बर्बाद
- Mahabhairab co-op urban bank डूबा
महाभैरब को-ऑप अर्बन बैंक - असम
इस बैंक पर RBI की नज़र लम्बे समय से थी इसलिए RBI ने इस बैंक में पैसा जमा करने और निकालने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। 5 लाख से ऊपर की रकम जिन लोगों ने इस बैंक में जमा की थी वो अब अपना पैसा नहीं निकाल पाएंगे। यूँ कहें की वो सभी खाता धारक अपना पैसा खो चुके हैं। रिज़र्व बैंक ने इसके लिए पब्लिक नोटिस भी जारी कर दिया है।
ये ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की भारत की कोई बैंक डूबी हो और ग्राहकों का पैसा फस गया हो इससे पहले भी कई बैंक भारत में ग्राहकों के पैसे डुबा चुकी हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने तेजपुर स्थित महाभैरव को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक Mahabhairab co-op urban bank का लाइसेंस उसकी वित्तीय स्थिति के बिगड़ने के कारण रद्द कर दिया है। लाइसेंस रद्द होने की वजह से इस सहकारी बैंक को 24 जुलाई, 2024 से अपना बैंकिंग व्यवसाय बंद करना पड़ा।
असम के सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार को बैंक को समाप्त करने का आदेश जारी करने के लिए भी कहा गया है।
RBI द्वारा लाइसेंस कैंसिल करने का कारण-
RBI ने अपने जारी किये गए बयान में कहा की Mahabhairab co-op urban bank बैंक के पास प्रयाप्त मात्रा मे पूंजी नहीं है और न ही कोई कमाई है। इस बैंक के पास जमाकर्ताओं को पैसा देने की क्षमता नहीं रही इसलिए इस बैंक का लाइसेंस कैंसिल किया जा रहा है नहीं तो इस बैंक में और भी ग्राहकों का पैसा फंस जायेगा।
जमाकर्ताओं के पैसों का क्या -
RBI के अनुसार इस बैंक के जितने भी ग्राहक है अगर उनका पैसा 5 लाख से ऊपर है तो 5 लाख से ऊपर की राशि नहीं निकाल सकेंगे। सिर्फ 5 लाख तक की ही राशि का भुगतान किया जायेगा क्युकी इससे ज्यादा की राशि का भुगतान करने में बैंक सक्षम नहीं है।
सहकारी बैंक द्वारा दिए गए डेटा के अनुसार, लगभग 99.8 % जमाकर्ता अपनी जमा राशि का पूरा भुगतान प्राप्त करने के अधिकारी हैं। 13 जून, 2024 तक, DICGC द्वारा बीमित जमा राशि में से 20.03 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही किया जा चुका है। ऐसे बहुत ही कम ग्राहक हैं जिनका पैसा 5 लाख से ऊपर जमा हुआ हो।