Car Fire: 50 डिग्री तापमान में कैसे बचाएँ अपनी कार में आग लगने से, विशेषज्ञों की ये सलाह जरूर मान लेनी चाहिए।
कार में लगी आग बुझाते फायर फाइटर्स
UAE में बढ़ते पारे को ख्याल में रखते हुए कई ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स ने अपनी राय देना शुरू कर दिया है अगर इनकी दी गई सलाहों को मानेंगे तो आप अपने साथ साथ अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं क्युकी तापमान बहुत ज्यादा बढ़ने पर अक्सर कार के इंजन में आग लगने की शिकायत सुनने को मिलती है।
हम में से ज्यादतर लोगो का ये मानना है की जब गर्मी बढ़ती है तो कार के इंजन में आग लगने की सम्भावना बहुत बढ़ जाती है लेकिन इसमें पूरी सच्चाई नहीं है।
कार बनाने वाली कम्पनीज कार के हर मॉडल को खास क्षेत्र के वातावरण को ध्यान में रख कर बनाती है इसीलिए जब हम गल्फ देशो में कार खरीदते हैं तो कार बनाने वाली कम्पनीज गल्फ देशो की गर्मी को मैनेज करने वाला इंजन बनाते है जो 50 डिग्री तापमान में भी सही काम करता रहे।
आखिर फिर UAE में कार के इंजन में आग लगने का कारण क्या है तो इसका जवाब है की कार का सही से रख रखाव न करना ही कार के इंजन में आग लगने का सबसे बड़ा कारण है ।
आपकी कार में गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा ध्यान देने वाला पार्ट इंजन कम्पार्टमेंट ही है जिसका सही रख रखाव न होने पर अधिक गर्मी में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
आज हम यहाँ आपको कुछ टिप्स देते हैं जिससे की आप कितनी भी गर्मी में अपनी कार को आग लगने से बचा सकते हैं।
नियमित निरिक्षण करना -
आप में से जो भी लोग अपने कार की नियमित तौर पर रख रखाव नहीं करते हैं उनके लिए ये जान लेना बहुत जरुरी है की अगर आप अपने कार की नियमित तौर पर रख रखाव नहीं करते तो गर्मी में आग लगने की सम्भावना बढ़ जाती है।
इस नियमित निरिक्षण में पानी का लेवल चेक करना , फ्यूल टैंक के ढक्कन को अच्छी तरह से बंद करना तथा सभी वायरिंग का निरिक्षण करना शामिल है।
गर्मी के दिनों में कार के अंदर धूम्रपान करने से बचे ये भी कार में आग लगने का बहुत बड़ा कारण है।
कार के भीतर हर समय फायर सिलिंडर जरूर रखे और उनकी एक्सपायरी डेट आने से पहले ही उन्हें रिफिल कराएं।
किसी भी लीकेज पर ध्यान रखें -
अपनी कार पर सवारी करने से पहले उसका अच्छे से निरिक्षण करना जरुरी है जिसमे नियमित तौर पर कार के टायर्स, फ्यूल या किसी भी तरह के नलियाँ, किसी भी तरल पदार्थ का बहना या किसी पार्ट्स पर क्रैक आना शामिल है।
यकीन मानिये जिन लोगो को भी कार में सवारी करने से पहले अपनी कार का एक रैंडम चेक करने की आदत होती है वो अधिकतर किसी दुर्घटना से बच जाते हैं।
कार में धूम्रपान न करें -
कई लोगों की आदत होती है की वो कार में बैठकर ही सिगरेट पीने लगते है ऐसा करना बिलकुल भी ठीक नहीं है इससे आपकी सिगरेट का बुरा असर न सिर्फ आप पर ज्यादा पड़ता है बल्कि कार में बैठे दूसरे लोगो पर भी पड़ता है इसलिए खासतौर से गर्मी के दिनों में कार से बाहर जाकर ही धूम्रपान करना चाहिए।
कार से आने वाली आवाजों पर रक्खें ध्यान -
वैसे तो अगर आप को कार ड्राइविंग का अच्छा अनुभव हो गया है तो आपको कार चलाते समय किसी अलग तरह की आवाज को पकड़ने में महारथ हासिल होगी लेकिन नहीं है तो ये बात जरूर जान लेना चाहिए की कार चलाते समय अगर आपकी कार कुछ अलग ढंग से आवाज कर रही है तो उसे तुरंत जांच लेना चाहिए क्युकी ये आने वाले खतरे का संकेत है।
कार में आग लगने पर क्या करें -
कार में आग लगने की स्तिथि में सबसे पहले आपको घबराना नहीं है। शांत रहकर जल्दी से जल्दी काम करें। अगर आप कर सके तो सबसे पहले कार की इंजन को ऑफ कर दे। आपके साथ बैठे सभी लोगो को जल्द से जल्द बाहर निकालने में मदद करें।
याद रहे की आप एक पायलट या शिप कप्तान की तरह है जिसका पहला फ़र्ज़ बैठे हुए सवारिओ की जान बचाने का है न की कार छोड़कर दूर भाग जाने का। सभी सवारियों को बाहर निकालकर कम आग की स्तिथि में फायर सिलिंडर का प्रयोग करें।
आग अगर ज्यादा है तो बिना देरी किये आप और सभी सवारी कार से कम से कम 25 से 30 मीटर दूर चले जाये और इमेर्जेंसी सर्विसेज को कॉल करें।
कार में आग बढ़ने की स्तिथि में कार में रखे मोबाइल फोन, पावर बैंक या बैटरी फट सकती है जो बहुत ही घातक हो सकती है यही कारण है की कार में आग लगने की स्तिथि में कार से निकल कर दूर जाने की सलाह दी जाती है।